| अपना परिसर अपना विकास प्रेरणावृत्ती

भारतीय विकास चिंतन को धरातल पर लाने हेतु योजक पिछले कुछ वर्षी से प्रयत्नशील है । जनजाति क्षेत्र रहने वाले प्रतिभाशाली युवाओ को इस प्रक्रिया के साथ जोड़ना तथा उन्होंने अपने समाज का सामाजिक नेतृत्व कर विकास के भारतीय पथ पर अग्रेसर होने हेतु प्रेरित करने हेतु इस प्रेरणा वृत्ति का निर्माण हुआ है ।

इसमे जनजाति क्षेत्र मे अपने गाव मे रहकर अपनी आजीविका का वहन करते हुए विकास हेतु कार्य करने के लिए इच्छुक युवक – युवती सम्मिलित हो सकते है । इसके लिए समय समय पर आवेदन की प्रक्रिया होती है।

इस प्रेरणावृत्ती से जुडने के बाद युवाओ  को प्रत्यक्ष कार्य करने हेतु आपको प्रतिमाह  फेलोशिप के अंतर्गत आर्थिक सहायता मिलेगी । निरंतर विविध विषयों के प्रशिक्षण मिलेगा । यह फेलोशिप 3 से 5 वर्ष का होगा।

इसमे निम्न विषयोंपर कार्य होता है :

1.  अपने परिसर का स्थानीय समाज के साथ अध्ययन

2.  प्राकृतिक संसाधन आधारिक आजीविका और उससे जुड़े प्रश्न

3. मनरेगा, वनअधिकार जैसे कानूनो का उपयोग, उसके आधारपर आजीविका को मजबूत बनाना

4.  स्थानीय लोगों का संघटन तथा उनकी भागीदारी बढ़ाने हेतु प्रयास

5.  किसान कंपनी, वनधन केंद्र एसे आर्थिक सक्षमता संघटन बनाना

6.  उद्यमिता निर्माण

7.  शासकीय संस्थानों के मदत से कृषि, स्किल, वनोत्पादन आदि मे प्रयोग करना