नाबार्ड के 44वें स्थापना दिवस के अवसर पर पहली राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक कार्यशाला में सहभागिता

नमस्ते, नाबार्ड के 44वें स्थापना दिवस के अवसर पर 14 जुलाई 2025 को अहमदाबाद (कर्णावती) गुजरात स्थित क्षेत्रीय मुख्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। माननीय सांसद श्रीमती रमीला बेन मुख्य अतिथि थीं, योजक के अध्यक्ष डॉ. गजाननजी डांगे विशेष अतिथी के रूप में आमंत्रित थे। डॉ. डांगे जी ने इस अवसर पर नाबार्ड टीम और उनके सहयोगियों को बधाई दी और कहा कि नाबार्ड ग्रामीण भारत की जीवन रेखा बन गया है और इसलिए भारत के ग्रामीण विकास क्षेत्र को विकास के अधिक भारतीय विचारों के अनुरूप ढालने में इसकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि जनजातीय क्षेत्रों को बीज उत्पादन क्षेत्र के रूप में विकसित करना, जनजातीय क्षेत्रों के लिए कृषि का उपयुक्त मशीनीकरण और नवाचार जैसे कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं। इस भाषण में उन्होने एक महत्वपूर्ण प्रतिपादन किया , “ हमने एक बार के संपूर्ण भारत की विकास यात्रा की चिकित्सा करनी चाहिए कि हम लोग कुछ हासिल करने के लिए जो आवश्यक था, बिल्कुल आवश्यक है, हमारी फूड सिक्योरिटी आवश्यकता है। और उसके साथ-साथ हम खो क्या रहे हैं, इसको भी देखना पड़ता है। हम अपनी जरूरतें इतनी ऊंचाई तक ना ले जाएं कि हम जिस ऊंचाई तक जाते-जाते हमारा धरातल ही छूट जाए। “

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